Saturday 10 March 2018

Shaam – Aisha

Movie: Aisha
Year: 2010
Director: Rajshree Ojha
Music: Amit Trivedi
Lyrics: Javed Akhtar
Singers: Amit Trivedi, Neuman Pinto


शाम भी कोई जैसे है नदी लहर लहर जैसे बह रही है
कोई अनकही कोई अनसुनी बात धीमे धीमे कह रही है
कहीं ना कहीं जागी हुई है कोई आरज़ू
कहीं ना कहीं खोये हुए से है मैं और तू
के बूम बूम बूम पारा पारा … है खामोश दोनों
के बूम बूम बूम पारा पारा … है मदहोश दोनों
जो गुमसुम गुमसुम है फिजायें
जो कहती सुनती है यह निगाहें
गुमसुम गुमसुम है फिजायें है ना
हा हा हा हा हा हम्म हम्म…

सुहानी सुहानी है ये कहानी जो ख़ामोशी सुनाती है
जिसे तुने चाहा होगा वो तेरा मुझे वो ये बताती है
मैं मगन हूँ पर ना जानू कब आनेवाला है वो पल
जब हौले हौले धीरे धीरे खिलेगा दिल का ये कँवल
के बूम बूम बूम पारा पारा … है खामोश दोनों
के बूम बूम बूम पारा पारा … है मदहोश दोनों
जो गुमसुम गुमसुम है फिजायें
जो कहती सुनती है यह निगाहें
गुमसुम गुमसुम है फिजायें है ना

ये कैसा समय है कैसा समा है के शाम पिगल रही
ये सब कुछ हसीन है सब कुछ जवान है है ज़िन्दगी मचल रही
जगमगाती झिलमिलाती पलक पलक पे ख्वाब है
सुन ये हवाएं गुनगुनाये जो गीत लाजवाब है
के बूम बूम बूम पारा पारा … है खामोश दोनों
के बूम बूम बूम पारा पारा … है मदहोश दोनों
जो गुमसुम गुमसुम है फिजायें
जो कहती सुनती है यह निगाहें
गुमसुम गुमसुम है फिजायें है ना
हा हा हा हा हा हम्म हम्म…

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